एल्बम डिजाइनिंग क्षेत्र में संभावनाएं बहुत है

तेजी से बढ़ती फोटोग्राफी इंडस्ट्री  - एल्बम डिजाइनिंग क्षेत्र में संभावनाएं बहुत है 




              फोटोग्राफी में जब निगेटिव रोल्स का जमाना था तब पोस्ट प्रोडक्शन का क्षेत्र अपनी प्रारंभिक अवस्था में ही आया था लेकिन आज पोस्ट प्रोडक्शन इतना आगे आ चूका है की इंटरनेट में इस्तेमाल की जाने वाली सभी फोटोज में पोस्ट प्रोडक्शन आर्टिस्ट की डिमांड भारत के अलावा पुरे विश्व से आने लगी है | डिजिटल युग आने से प्रिटिंग तकनीक में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है | आज से करीब १५ साल पहले फोटोग्राफी प्रिंटिंग सिर्फ फोटो पेपर पे ही होती थी जिसकी अधिकतम चौड़ाई ६ से ८ इंच ही हुआ करती थी जिसमे प्रिंटिंग के लिए विशेष प्रकार के केमिकल्स की आवश्यकता  होती थी परन्तु आज प्रिंटिंग इंडस्ट्री का  इतना विस्तार हो चूका है कि  करोड़ो  रुपये की लागत से भारत के सभी बड़े शहरों में हाईटेक मशीने स्थापित की जा चुकी हैं | आज डिजिटल फोटोग्राफी और प्रिंटिंग इंडस्ट्री में हुए विस्तार से एल्बम भी डिजिटल हो गए यहां  तक की आज डिजिटल एल्बम की गुणवत्ता में समाज के निम्न वर्ग से उच्च वर्गों के लोगो के लिए विविधताएं उपलब्ध हैं | डिजिटल फोटोग्राफी आने से सबसे ज्यादा इजाफा  वेडिंग फोटोग्राफी क्षेत्र में हुआ है क्यूंकि आज से १५-२० साल पहले एक वेडिंग फोटोग्राफर को जहा ५ से २० हज़ार तक का बजट दिया जाता था और  आज वेडिंग फोटोग्राफर के लिए उच्च श्रेणी में २-५ लाख का बजट मामूली बात है और सामान्य फोटोग्राफर को भी आसानी से ३० से ७० हज़ार के बजट मिल रहे हैं 


                इन सब खबरों के बीच एक महत्वपूर्ण बात ये भी है कि  हाल  में ही आये एक सर्वे  के मुताबिक ये बात सामने आयी है की २०१७-२०१९ के बीच प्रोफेशनल फोटोग्राफी क्षेत्र में नए फोटोग्राफर्स की संख्या में पुरे इंडिया में ३३% का इजाफा देखा गया है जो की कैमरा बनाने वाली कंपनियों खुशखबरी की  बात है परन्तु वेडिंग फोटोग्राफर्स के बीच  आज फोटोग्राफी मूल्य को लेकर इतना ज्यादा कठिन माहौल है की लोग कैमरे  तो लाखो के खरीद रहे हैं लेकिन अपने मेहनत  का पैसा बढ़ा नहीं पा  रहे हैं | रेट कम करने वाले ज्यादातर लोग उन ३३%फोटोग्राफर्स में से ही हैं और इसका कारण है बेरोजगारी |  देश में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट जैसे अच्छे कोर्स करने के बाद भी बेरोजगारी दिन प्रतिदिन अपनी चरम सीमा की ओर  बढ़ते ही जा रही है | पिछले १ दशक में डिजिटल फोटोग्राफी में तेज़ी से आये तकनिकी परिवर्तन की वजह से हमारे देश के बहुत से वरिष्ट फोटोग्राफर जो की नेगेटिव कैमरे से  फोटोग्राफी में मास्टर थे वे कही न कही स्वयं का  तालमेल तेज़ी से अपडेट होती टेक्नोलॉजी के साथ नहीं निभा पाए |  आज ऑटोमेटिक डिजिटल कैमरा और मोबाइल आने की वजह से लगभग ६० -७० % पुराने फोटोग्राफर्स ने या तो अपना स्टूडियो बंद कर दिया या किसी और बिज़नेस की और चले गए | भारत में विभिन्न कंपनियों द्वारा लायी गयी सरल फाइनेंस स्कीम की वजह से कैमरे  लेने वालो की संख्या में भी लगातार इजाफा होते ही जा रहा है और दूसरी तरफ मोबाइल पे कैमरे की क्वालिटी और मेगापिक्सेल भी बढ़ते जा रहे हैं | अब प्रश्न ये उठता है कि फोटोग्राफी व्यवसाय में   इतनी कठिन  प्रतियोगिता के बीच भी अपने बिज़नेस को कैसे सरलता से चलाया जाये जिससे आपको इस प्रतिस्पर्धा के युग में भी २ पैसे ज्यादा कमाने का मौका मिल पाए ?  उत्तर : इसका एक ही उपाय है की कैमरे पर अधिक से अधिक खर्च करने से बेहतर है आप लोग फोटोग्राफी और पोस्ट प्रोडक्शन में उपयोग होने वाली सभी तकनीकियों का ज्ञान प्राप्त करने हेतु अपने पैसो का इन्वेस्टमेंट कीजिये क्यूंकि कैमरे तो सभी के पास है पर आज के युग का डिजिटल हुनर होना सबसे बढ़ी बात है जो किसी अच्छे इंस्टिट्यूट या अच्छे गुरु के पास में जाये बगैर पूरा नहीं हो सकता |आज आप लाखो रूपए के कैमरे खरीद लेते हैं परन्तु एजुकेशन प्राप्त करने आप अपनी कमाई का १०-१५% भी खर्च नहीं करना चाहते जिसकी वजह से आप मार्किट में अलग हटकर कुछ नया नहीं कर प् रहे हैं और लाखों का कैमरा और नए फोटोग्राफी इक्विपमेंट खरीदने के बाद भी आप एक एवरेज फोटोग्राफर के जैसा ही काम मार्किट में दे रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण  एजुकेशन के खर्च पे कंजूसी करना है|


                
                 
                    डिजटल फोटोग्राफी के क्षेत्र  में एल्बम डिजाइनिंग का काम भी बहुत बढ़ गया है  क्यूंकि भारत में २ साल में फोटोग्राफर की संख्या तो ३३% बढ़ गयी है लेकिन डिज़ाइनर की संख्या हर १०० फोटोग्राफर के बीच १ या २ ही है जिसकी वजह से मार्केट  में डिजाइनिंग का काम बहुत ज्यादा बढ़ गया है और लगभग १२ महीने इस क्षेत्र में काम बना रहता है   जो उम्दा दर्जे का डिज़ाइनर है आज उसे  महीने कमाई भी ५० से ९० हज़ार है | एल्बम डिजाइनिंग का काम स्टार्ट करने के लिए आपको फोटोशॉप में कलर करेक्शन का बहुत ही अच्छा ज्ञान और लेआउट डिज़ाइन करने में योग्यता हासिल करनी होगी जिसके बाद आप फ्रीलांसर एल्बम डिज़ाइनर के रूप में घर से ही अपना काम स्टार्ट कर सकते है या शेयरिंग में ऑफिस लेकर भी यह काम और भी अच्छे से किया जा सकता है | आज बड़े बड़े इंस्टिट्यूट से इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट जैसे कॉलेज से शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी लोगो को १० से १५ हज़ार की नौकरी ही मिल पा रही है | फोटो में कलर करेक्शन व् फिनिशिंग के बाद सिर्फ आपको एल्बम डिज़ाइन ही करना होता है - एल्बम डिजाइनिंग करने के लिए आज भारतीय तथा अंतर्राष्ट्रीय  बाजार में  हाई टेक सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी उपलब्ध है जिसमे AI तकनीक की मदद से ऐसा सिस्टम बनाया गया है जो अपने आप में बहुत सरे एल्बम डिज़ाइनर का दिमाग रखता है | इस तकनीक की मदद से जो व्यक्ति डिज़ाइन करने या सोच पाने  में असमर्थ है उनके लिए भी डिज़ाइन करना एकदम सरल हो चूका है | अगर आप लोग फोटोग्राफी तो करते हैं लेकिन एल्बम डिज़ाइन करवाने आपको डिज़ाइनर के ऊपर आश्रित होना पड़ता है यहां तक की कई बार आपको डिज़ाइनर के  बार बार कई चक्कर काटने पड़ते है तब जाकर आपका एल्बम डिज़ाइन होकर  मिल पता है उसके बाद भी कभी आपको मनपसंद डिज़ाइन कभी नहीं मिलता है | अगर आप भी ऐसी ही परेशानियों का सामना कर रहे हैं  तो आपको अब निराश होने की जरुरत ही नहीं |

               अगर आप भी एल्बम डिजाइनिंग करना चाहते हैं तो ५० मिनट के इस वीडियो को पूरा ध्यान से देखिये बिना रुके जिससे  आप भी १ घंटे की ट्रेनिंग द्वारा ही प्रोफेशनल एल्बम डिज़ाइन कर पाएंगे 
https://www.youtube.com/watch?v=2nsls9zOhXY&t=6s

 क्या आप भी मिनटों में DM  या मिक्सिंग पेज तैयार करना चाहते हैं तो अपना कीमती समय निकल इस लिंक को जरूर देखे : https://www.youtube.com/watch?v=WvC4cq_iarU&t=191s

 

फोटो को फ़ास्ट तरीके से सिंगल क्लिक में करेक्शइन और फिनिशिंग करना हुआ एकदम आसान | यह तकनीक फेस डिटेक्शन पर आधारित है , वीडियो देखने लिंक पर क्लिक करे : https://www.youtube.com/watch?v=bqZ20-goZYQ&t=238s



Adobe  Photoshop  पर प्रोफेशनल ब्लैक & व्हाइट इमेज तैयार करने इस वीडियो लिंक पर क्लिक करिये और सीखिए एडवांस्ड तकनीक   https://www.youtube.com/watch?v=bP1jzEqtjyk 



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